महाभारत (Mahabharata) के इस शूट के लिए मेकर्स ने गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड वालों से बात करके 250 मीटर की साड़ी की व्यवस्था करवाई थी जो पूरी एक ही ट्रेल में थी.
महाभारत (Mahabharata) में भीष्म पितामह, दुर्योधन, कर्ण, शकुनि मामा के साथ कई किरदार ऐसे है, जिन्होंने अपनी दमदार एक्टिंग से लोगों के दिलों में खास जगह बनाई. इन्हीं में से एक रूपा गांगुली भी हैं, जिन्होंने द्रौपदी का किरदार निभाया था. इस किरदार के लिए उन्होंने बहुत मेहनत की.
महाभारत में द्रौपद्री अहम किरादारों में से एक है. बी आर चोपड़ा इस बात को कहते थे कि अगर द्रौपदी का चीर हरण नहीं हुआ होता तो महाभारत ही नहीं होती. क्योंकि महाभारत के दौरान ये सब हुआ था, इसलिए इस घटना को दिखाना भी जरूरी था. साथ ये चुनौती थी कि इस घटना के दौरान का दर्द वास्तविक रूप से दर्शकों तक पहुंचाया जा
इस घटना की शूटिंग को याद करते हुए मेकर्स ने बताया कि शूट से पहले रूपा गांगुली को बी आर चोपड़ा ने बुलाया और उन्हें समझाया कि अगर किसी महिला को बालों से पकड़ कर भरी सभा में लाया जाए और वहां उसके सारे कपड़े उतारने की कोशिश की जा रही हो तो उसकी हालत कैसी होगी, उस मूड में खुद को ले जाने की कोशिश करिए.
शूटिंग शुरू हुई तो किसी को यकीन नहीं था कि ये सीन एक बार में शूट हो जाएगा. रूपा गांगुली ने इस वास्तविक और प्रबल ढंग से शूट किया कि पहली बार में ही सीन परफेक्ट हुआ. द्रौपदी के चीर हरण का सीक्वेंस इतना दर्दनाक था कि उसे करते वक्त रूपा गांगुली रोने लगी थीं. वह सेट पर इतना रोईं कि मेकर्स और बाकी की स्टार कास्ट को उन्हें चुप कराने में ही आधा घंटा लग गया था.