70 के दशक की मशहूर अदाकारा या कहें कि मशहूर वैम्प बिंदु आज अपना 79वां जन्मदिन मना रही हैं। 70 के दशक की फिल्मों में नकारात्मक किरदार निभाकर मशहूर हुईं अभिनेत्री को अपने नकारात्मक किरदारों का असर असल जिंदगी में भी झेलना पड़ा था। बिंदु ने फिल्मी सफर की शुरुआत तो वैम्प के रूप में नहीं की थी लेकिन उन्हें बाद में वैसे किरदार मिले और लोगों ने उन्हें वैसे ही किरदारों में पसंद भी किया। उनके जन्मदिन पर जानते हैं उनसे जुड़ी कुछ खास बातें।
बिंदु ने अपने फिल्मी सफर के दौरान करीब 150 फिल्मों में काम किया है। उन्होंने फिल्मी सफर की शुरुआत 1970 में आई फिल्म 'कटी पतंग' से की थी। इस फिल्म में उनके किरदार का नाम शबनम था। इस फिल्म में बिंदु ने पहली बार कैबरे डांस किया था। जो काफी फेमस भी हुआ था। इससे पहले उन्होंने कभी कैबरे नहीं किया था लेकिन इसे एक चैलेंज की तरह लेते हुए बिंदु ने स्वीकार किया और खूब शोहरत बटोरी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में कैबरे डांस किया था।
बिंदु ने अपनी फिल्मों में निभाए नकारात्मक किरदारों से खूब नाम कमाया था। इसके लिए उन्हें कई बार फिल्मफेयर नामांकन भी मिला। लेकिन उनके नकारात्मक किरदारों का असर उनकी असल जिंदगी पर बहुत पड़ा। उन्हें कई बार लोगों के अजीबो-गरीब ताने सुनना पड़ते थे कई बार वो लोगों की प्रतिक्रिया से परेशान हो जाया करती थीं। हालांकि जो लोग उन्हें निजी तौर पर जानते थे वो लोग उनके कहा भी करते थे कि वो असल जिंदगी में एकदम अलग हैं और फिल्मों में एकदम अलग।
बीबीसी को दिए इंटरव्यू में बिंदु ने इससे जुड़ा एक किस्सा भी सुनाया था। उन्होंने बताया था कि एक बार वो अपनी बहन के बच्चों के साथ फिल्म देखने गई थीं। उस फिल्म में उन्होंने एक बुरी मां की भूमिका निभाई थी। फिल्म के दौरान उनकी बहन के बच्चे फिल्म देखते हुए बिंदु को ही देखते रहते थे। इस दौरान बच्चों ने कहा, 'बिन्दु आंटी आप हमारे साथ तो ऐसा नहीं करती फिर फिल्म में ऐसा क्यों करती हो?'
कई बार जब बिंदु खुद फिल्मों में निगेटिव किरदार निभाया करती थीं तो उन्हें भी बच्चों के साथ बुरा बर्ताव कर बहुत बुरा लगता था। एक बार तो बिंदु को फिल्म में बच्चे को थप्पड़ मारना था। ये सीन करने के बाद बिंदु खुद बहुत रोई थीं। इस बारे में भी बिंदु ने खुद ही इस इंटरव्यू में बताया था। फिल्म का नाम था 'अमर प्रेम' जिसमें उन्होंने सौतेली मां की भूमिका निभाई थी।
बिंदु ने अपने फिल्मी सफर के दौरान करीब 150 फिल्मों में काम किया है। उन्होंने फिल्मी सफर की शुरुआत 1970 में आई फिल्म 'कटी पतंग' से की थी। इस फिल्म में उनके किरदार का नाम शबनम था। इस फिल्म में बिंदु ने पहली बार कैबरे डांस किया था। जो काफी फेमस भी हुआ था। इससे पहले उन्होंने कभी कैबरे नहीं किया था लेकिन इसे एक चैलेंज की तरह लेते हुए बिंदु ने स्वीकार किया और खूब शोहरत बटोरी। इसके बाद उन्होंने कई फिल्मों में कैबरे डांस किया था।
बिंदु ने अपनी फिल्मों में निभाए नकारात्मक किरदारों से खूब नाम कमाया था। इसके लिए उन्हें कई बार फिल्मफेयर नामांकन भी मिला। लेकिन उनके नकारात्मक किरदारों का असर उनकी असल जिंदगी पर बहुत पड़ा। उन्हें कई बार लोगों के अजीबो-गरीब ताने सुनना पड़ते थे कई बार वो लोगों की प्रतिक्रिया से परेशान हो जाया करती थीं। हालांकि जो लोग उन्हें निजी तौर पर जानते थे वो लोग उनके कहा भी करते थे कि वो असल जिंदगी में एकदम अलग हैं और फिल्मों में एकदम अलग।
बीबीसी को दिए इंटरव्यू में बिंदु ने इससे जुड़ा एक किस्सा भी सुनाया था। उन्होंने बताया था कि एक बार वो अपनी बहन के बच्चों के साथ फिल्म देखने गई थीं। उस फिल्म में उन्होंने एक बुरी मां की भूमिका निभाई थी। फिल्म के दौरान उनकी बहन के बच्चे फिल्म देखते हुए बिंदु को ही देखते रहते थे। इस दौरान बच्चों ने कहा, 'बिन्दु आंटी आप हमारे साथ तो ऐसा नहीं करती फिर फिल्म में ऐसा क्यों करती हो?'
कई बार जब बिंदु खुद फिल्मों में निगेटिव किरदार निभाया करती थीं तो उन्हें भी बच्चों के साथ बुरा बर्ताव कर बहुत बुरा लगता था। एक बार तो बिंदु को फिल्म में बच्चे को थप्पड़ मारना था। ये सीन करने के बाद बिंदु खुद बहुत रोई थीं। इस बारे में भी बिंदु ने खुद ही इस इंटरव्यू में बताया था। फिल्म का नाम था 'अमर प्रेम' जिसमें उन्होंने सौतेली मां की भूमिका निभाई थी।