सावन मास के सोमवार का सनातन धर्म में विशेष महत्व है. इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा कर शुभ फल प्राप्त किया जा सकता है. आइए जानते हैं कि सावन सोमवार के दिन भगवान शिव को कैसे प्रसन्न करें और पूजन सामग्री क्या है?


कालों के काल महादेव के भक्त बड़ी संख्या में उनकी आराधना करते हैं. हिंदू धर्म में भगवान शिव को सबसे अधिक लोकप्रिय देवताओं में से एक माना जाता है. भगवान शिव (Lord Shiva) को पूजने के लिए वैसे तो हर दिन किसी अवसर से कम नहीं, परंतु बात सावन मास के सोमवार की हो, तो यह मौका सर्वोत्तम माना जाता है. इस दौरान भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए भक्त तरह-तरह से पूजा अर्चना करते हैं. सावन मास के सोमवार को भगवान शिव की पूजा करने का विशेष महत्व बताया गया है. भगवान शिव और माता पार्वती की विधि विधान से पूजा करने से मनोवांछित फल प्राप्त होता है. भोपाल के रहने वाले ज्योतिषी एवं पंडित हितेंद्र कुमार शर्मा हमें सावन सोमवार व्रत की पूजन सामग्री और पूजा की विधि बता रहे हैं, जिससे हम भगवान शिव को प्रसन्न कर उनकी कृपा पा सकते हैं.

सावन सोमवार व्रत 2022 पूजा सामग्रीफूल, पंच फल, पंच मेवा, रत्न, सोना, चांदी2- दक्षिणा, गंगाजल, पवित्र जल, पंच रस, इत्र3- पूजा के बर्तन, कुश आसन, दही, शुद्ध देशी घी4- शहद, आम्र मंजरी, मदार पुष्प, गाय का कच्चा दूध5- कपूर, धूप, दीप, रूई, गंध रोली, मौली, जनेऊ, पंच मिष्ठान्न6- बिल्वपत्र, धतूरा, भांग, बेर, मलयागिरी चंदन7- शिव व मां पार्वती की श्रृंगार सामग्री


सावन सोमवार व्रत-पूजा विधि

सावन मास के सोमवार को व्रत और भगवान शिव माता पार्वती की पूजा करने के लिए सबसे पहले सुबह जल्दी उठ जाएं. स्नानादि से निवृत्त होकर भगवान शिव के समक्ष कुश वाले आसन पर बैठ जाएं. अब भगवान शिव का जल से अभिषेक करें. इसके बाद माता पार्वती और नंदी का गंगा जल या दूध से स्नान करें.


अब भगवान का पंचामृत से रुद्राभिषेक करें. इसके बाद शिवलिंग पर बेलपत्र, धतूरा, आलू, चावल, चंदन और भांग चढ़ाएं. इन सबके बाद भगवान भोलेनाथ माता पार्वती और भगवान गणेश को चंदन का तिलक लगाएं.


इसके बाद भगवान शिव, माता पार्वती और भगवान गणेश को घी-शक्कर का भोग लगाकर धूप-दीप दिखाकर उनकी आरती करें. अब पूरे दिन के लिए फलाहार कर भगवान शिव का स्मरण करें.