विराट कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ मैच में हार के बाद बताया कि जब उन्होंने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ थी तब सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी ने उनको मैसेज किया था। धोनी के अलावा किसी खिलाड़ी ने उनसे बात करने की कोशिश तक नहीं की थी।
विराट कोहली -
एशिया कप में सुपर चार में टीम इंडिया को अपने पहले मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा है। पाकिस्तान की टीम ने भारत को पांच विकेट से हराकर पिछली हार का बदला ले लिया। इस मैच में भारत के अधिकतर बल्लेबाज अच्छी शुरुआत के बाद खराब शॉट खेलकर आउट हुए, लेकिन विराट कोहली एक छोर पर जमे रहे। उन्होंने 60 रन की बेहतरीन पारी खेली और लगातार दूसरा अर्धशतक लगाकर फॉर्म में वापसी का एलान किया।
मैच के बाद कोहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में भी पहुंचे और पत्रकारों के सवालों के जवाब दिए। इस दौरान उन्होंने बताया कि जब उन्होंने टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ी थी तब सिर्फ महेंद्र सिंह धोनी ने उनको मैसेज किया था। धोनी के अलावा किसी दूसरे खिलाड़ी ने बुरे वक्त में कोहली से बात करने की कोशिश नहीं की थी। कोहली ने इसी साल जनवरी के महीने में टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ी थी। इस दौरान उन्होंने यह भी बताया कि वे चीजों को कैसे देखते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कप्तानी को लेकर दिए जाने वाले सुझाव दुनिया के सामने दिए जाने की बजाय जब कप्तान को व्यक्तिगत तौर पर दिए जाते हैं तो वे ज्यादा बेहतर होते हैं।
विराट ने कहा "जब मैंने टेस्ट कप्तानी छोड़ी, तो मुझे केवल एक व्यक्ति ने मैसेज किया और मैं पहले उस व्यक्ति के साथ खेल चुका हूं। वह व्यक्ति एमएस धोनी हैं, किसी और ने मुझे संदेश नहीं दिया। कई लोगों के पास मेरा नंबर है, और कई लोग हैं जो मुझे टीवी पर सुझाव देते हैं। सिर्फ एमएस धोनी थे जिन्होंने मुझे मैसेज किया, कई लोगों के पास मेरा नंबर है, लेकिन उन्होंने मुझे टेक्स्ट नहीं किया। जब आप किसी के साथ वास्तविक सम्मान और संबंध रखते हैं, तो आप यह देख पाते हैं क्योंकि ये चीजें दोनों तरफ से चलती हैं।
"मुझे उनसे कुछ नहीं चाहिए और वे मुझसे कुछ नहीं चाहते। मैं उनसे कभी असुरक्षित नहीं था और ना ही वो थे। मैं बस इतना कह सकता हूं कि अगर मुझे किसी से कुछ कहना है, तो मैं व्यक्तिगत रूप से कहूंगा, अगर आप मदद करना भी चाहते हैं। अगर आप मुझे टीवी या पूरी दुनिया के सामने कोई सुझाव देना चाहते हैं, तो यह मेरे लिए कोई मायने नहीं रखता है। आप मिलकर बात कर सकते हैं, मैं चीजों को पूरी ईमानदारी से देखता हूं। ऐसा नहीं है कि मुझे परवाह नहीं है, लेकिन आप चीजों को देखते हैं कि वे कैसी हैं। भगवान आपको सब कुछ देता है, केवल भगवान ही आपको सफलता हासिल करने में मदद करता है और यह सब उसके हाथ में है।"
कोहली ने विश्व कप के बाद टी20 टीम की कप्तानी से इस्तीफा दे दिया था और फिर उन्हें उसी साल वनडे कप्तान के रूप में हटा दिया गया था, क्योंकि चयनकर्ता वनडे और टी20 टीम का एक ही कप्तान चाहते थे। कोहली ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में हार के बाद टेस्ट कप्तान के पद से इस्तीफा दे दिया था।
पाकिस्तान के खिलाफ मैच की बात करें तो अर्शदीप सिंह ने पारी के 18वें ओवर में एक अहम कैच छोड़ा था और यहीं से मैच पलट गया।
अर्शदीप का बचाव किया इस कैच के बारे में बात करते हुए कोहली ने कहा "गलती कोई भी कर सकता है, हालात मुश्किल थे। मैच में काफी दबाव था और गलतियां हो सकती हैं। मुझे अब भी याद है कि मैं अपनी पहली चैंपियंस ट्रॉफी खेल रहा था और मैच पाकिस्तान के खिलाफ था। मैंने शाहिद अफरीदी के खिलाफ बहुत खराब शॉट खेला था। मैं सुबह पांच बजे तक सीलिंग देख रहा था, मुझे नींद नहीं आ रही थी और मुझे लगा कि मेरा करियर खत्म हो गया है, लेकिन ये चीजें स्वाभाविक हैं। सीनियर खिलाड़ी आपके आसपास रहते हैं, अभी टीम का अच्छा माहौल है, मैं कप्तान और कोच को श्रेय देता हूं। खिलाड़ी अपनी गलतियों से सीखते हैं। इसलिए सभी को अपनी गलती स्वीकार करनी चाहिए, उसे संबोधित करना चाहिए और एक बार फिर उस दबाव की स्थिति में आने के लिए तत्पर रहना चाहिए।"
हार्दिक पांड्या और सूर्यकुमार यादव के बारे में बात करते हुए विराट बोले "हार्दिक और सूर्यकुमार यादव दोनों शानदार रहे हैं। हार्दिक ने अपनी क्षमता को पूरी तरह से दिखाया किया है। इस बार हुए आईपीएल से वह एक अलग खिलाड़ी बन गया है, बहुत जिम्मेदार और उसे अपनी क्षमताओं के बारे में बहुत अच्छे से पता है। मैंने देखा कि यही अंतर है, वह महसूस करता है कि वह एक ऑलराउंडर के रूप में क्या कर सकता है और वह उतनी ही मेहनत कर रहा है जितना मैंने उसे कभी देखा है। इस तरह से खेलना और पूरी गेंदबाजी फिटनेस पर वापस जाना होगा अहम बात है।" सूर्यकुमार को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे नहीं लगता कि विश्व क्रिकेट में शायद ही कोई खिलाड़ी है जो इस तरह खेल सकता है, एक बार जब वह लय में होते हैं तो मैच को विपक्षी टीम से दूर ले जा सकता हैं।