लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाते हुए हाथ में डंडा लिए पुलिस वालों की छवि आम है। लेकिन काटपाडि में रविवार सुबह एक पुलिस उपनिरीक्षक की रहमदिली देखने को मिली। वेलूर के काटपाडि में पुलिस का दूसरा पहलू भी देखने के लिए मिला। 
जिससे जनता को भरोसा मिला है कि हम कोरोना के विरूद्ध युद्ध जरुर जीतेंगे। काटपाडी स्थित भारती नगर के 10 स्ट्रीट निवासी 85 वर्षीय नागेय्या एवं इसकी 70 वर्षीय पत्नी रानी दोनों चल फिर नहीं सकते हैं। दंपति का एक पुत्र है। वह दूसरे राज्य में काम करता है और लॉकडाउन के कारण वहीं ठहरा हुआ है।

दिलाया एहसास कि "अकेले नहीं हैं आप"

बीमार दंपति लाकडाउन के कारण घर से बाहर निकल कर राशन नहीं ला सके। घर में रखा राशन खत्म होने पर लाचार हो घर में बैठे थे। इसकी जानकारी मिलते ही काटपाडी थाने के उपनिरीक्षक मनोगरन मौके पर पहुंचकर दंपति को खाना और राशन प्रदान किया। उन्होंने दोनो बुजुर्गो को मोबाइल हेल्प नम्बर देकर आश्वासन दिया कि वो लोग अकेले नहीं है। वे किसी भी समय उन्हें कॉल कर सकते हैं।