फालसा एक मध्यम आकार का पेड़ है, जिस पर छोटे-छोटे बेर के आकार के फल लगते है। यह मध्य भारत के वनों में प्रचुरता से पाया जाता है। फालसा के फल स्वाद में खट्टे-मीठे होते है। गर्मियों में इसके फलों का शर्बत ठंडक प्रदान करता है और लू तथा गर्मी के थपेड़ों से भी आराम दिलाता है। इसका शर्बत शरीर के लिए बहुत पौष्टिक रहता है। खट्टे-मीठे स्वाद वाले फालसे के फल में विटामिन-सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इसके अतिरिक्त सिट्रिक एसिड, एमीनो एसिड, ग्रेवियानोल, बीटा एमिरिदीन, बेट्यूलीन, फ्रेडीलिन, किम्फेराल, क्वेरसेटिन, ल्यूपिनोन, ल्यूपियाल, डेल्फीनिडीन, सायनीडीन, टैरेक्सास्टेरोल जैसे तत्त्व भी इसमें उपस्थित रहते हैं, जो इस मटर के दाने के बराबर के फल में इतने गुण भर देते हैं। आज हम आपको फालसा के पांच फायदों के बारे में बताने जा रहे हैं।आइये जानते हैं उन फायदों के बारे में।




 
फालसा के फायदे


1.हर्ट अटैक बहुत ही खराब बीमारी है, लेकिन फालसा के सेवन से इस बीमारी के कारण होने वाले संभावित खतरा को कम करता है।
2.किसी कारण शरीर मे अंदरूनी चोट लगने पर, इस फल का सेवन करे। क्योंकि यह एक ऐसा फल है जो शरीर के आंतरिक घावों को भी भर देता है।
3.शारीरिक काम यानि मेहनत भरा काम करने के बाद शरीर बहुत ही थक जाती है, लेकिन इस थकान को मिटाने के लिए आप फालसे का सेवन करे। यह बहुत ही असरदारक फल है थकान को मिटाने के लिए।


4.मानसिक दुर्बलता बहुत ही खराब बीमारी है, लेकिन अगर आप रोज सुबह इसका उचित मात्रा मे सेवन करेंगे तो, इससे मानसिक कमजोरी दूर हो जाती है।
5.पेशाब रुक जाने की बीमारी भी अक्सर देखने को मिलती है। इस बीमारी से निजात पाने के लिए, रात मे फालसे के 25 ग्राम फल को अच्छे से कूटकर 300 मिली लीटर साफ पानी मे मिलाकर साफ बर्तन मे रख दें। फिर सुबह मे पानी-फालसे मिश्रण को मसलकर छान ले, और उसे पीड़ित को पिलाये। यह प्रक्रिया 1 सप्ताह तक रोज करें।