सवाल- गर्मी के दिनों में शरीर पर छोटे-छोटे दाने निकल आते हैं. इसे दबाने से पानी निकलता है. उपचार बताइए? कई पाठक
जवाब-घमौरियां तीन तरह की होती हैं.
जवाब-घमौरियां तीन तरह की होती हैं.
एक में पस, दूसरे में पानी आता व तीसरा लाल दाने वाला होता है जिसमें केवल खुजली होती है. इनसे बचाव के लिए सुबह-शाम नहाएं. हाइजीन का ध्यान रखें. सूती व ढीले कपड़े पहनें ताकि शरीर तक हवा आ-जा सके. पानी और तरल चीजें खूब लें. पसीना होने पर तुरंत कपड़े बदल दें. इन दानों पर नियमित कैलामिन लोशन लगाएं. यदि आराम नहीं मिलता है तो चिकित्सक को दिखाएं.
सवाल-सनस्क्रीन लगाने से सूर्य की किरणें स्कीन के सम्पर्क में नहीं आ पातीं. इसलिए विटामिन डी की कमी हो जाती है? कई पाठक
जवाब -अधिकतर लोग सनस्क्रीन केवल चेहरे पर ही लगाते हैं व वो भी दोपहर के बाद. जबकि प्रातः काल नौ बजे से दोपहर 12 बजे के बीच केवल 15-20 मिनट सूर्य की किरणें यदि रोज शरीर पर पड़े तो विटामिन डी की पूर्ति हो जाएगी. दोपहर के बाद की धूप से विटामिन डी कम बनता है व यही धूप स्कीन को नुकसान पहुंचाती है. इसलिए सनस्क्रीन लगाने से कोई नुकसान नहीं है. यह सूर्य की हानिकारक किरणों से स्कीन को बचाती है. सूर्य की किरणों से स्कीन का कालापन और कई बीमारियां भी होती हैं.
डाक्टर सविता अग्रवाल व डाक्टर अंशुल माहेश्वरी, स्कीन रोग विशेषज्ञ
सवाल-सनस्क्रीन लगाने से सूर्य की किरणें स्कीन के सम्पर्क में नहीं आ पातीं. इसलिए विटामिन डी की कमी हो जाती है? कई पाठक
जवाब -अधिकतर लोग सनस्क्रीन केवल चेहरे पर ही लगाते हैं व वो भी दोपहर के बाद. जबकि प्रातः काल नौ बजे से दोपहर 12 बजे के बीच केवल 15-20 मिनट सूर्य की किरणें यदि रोज शरीर पर पड़े तो विटामिन डी की पूर्ति हो जाएगी. दोपहर के बाद की धूप से विटामिन डी कम बनता है व यही धूप स्कीन को नुकसान पहुंचाती है. इसलिए सनस्क्रीन लगाने से कोई नुकसान नहीं है. यह सूर्य की हानिकारक किरणों से स्कीन को बचाती है. सूर्य की किरणों से स्कीन का कालापन और कई बीमारियां भी होती हैं.
डाक्टर सविता अग्रवाल व डाक्टर अंशुल माहेश्वरी, स्कीन रोग विशेषज्ञ