उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक युवक को दूसरी शादी के लिए बारात ले जाने की तैयारी करना उस वक्त भारी पड़ा, जब बारात जाने से पहले ही पहली पत्नी ने थाने पहुंचकर अपनी आपबीती बताई और पुलिस के साथ पति के घर पहुंच गई। बारात जाने की तैयारी कर रहे परिजन पुलिस को देखकर भौंचक्के रह गए।
पुलिस दूल्हे को गिरफ्तार कर उसे और पहली पत्नी को थाने ले आई। परिवारवालों के आपसी समझौते के बाद पुलिस ने पड़ोस के सूर्य मंदिर में ही दोनों की शादी करवाई और वापस घर भेजा। उधर बारात के स्वागत की तैयारी कर रहे युवती के परिवार को जब यह सूचना मिली तो वे अवाक रह गए।
लॉकडाउन में रचाई थी पहली शादी
यह मामला सीतापुर के हरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम कजियारपुर का है। यहां के निवासी सदानन्द का पुत्र विमल राज मुंबई में रहकर एक बिल्डिंग बनाने वाली कंपनी में काम करता था। कामकाज के दौरान ही विमल ने काजल नाम की एक युवती से शादी रचाई और दोनों वहीं रहकर काम-काज करने लगे।
वैश्चिक महामारी कोरोना के चलते जब लॉकडाउन हो गया तो वहां काम होने के चलते विमल पत्नी काजल को तीन सप्ताह पूर्व लेकर अपने गांव आ गया। पीड़ित काजल के मुताबिक, विमल ने उसे घर न ले जाकर चाचा के घर पर छोड़ दिया। उधर विमल को घर आया देखकर परिवार ने उसकी शादी लखीमपुर से तय कर दी।
तिलक हो चुका था पर पहली पत्नी को लगी भनक
तिलक और शादी 19 और 20 जून को तय हुई इसलिए तारीख नजदीक देखकर विमल काजल को लेकर लखीमपुर अपनी मौसी के यहां छोड़ आया और कुछ दिन बाद आकर ले जाने को कहा। विमल वापस आकर अपनी शादी को तैयारियों में लग गया और बीते शुक्रवार को तिलक समारोह हुआ।
पिछले शनिवार को विमल बारात ले जाने को लेकर सारी तैयारी कर रहा था, तभी पहली पत्नी काजल को दूसरी शादी की भनक लग गई और उसने आनन-फानन में हरगांव पहुंचकर पुलिस को पूरी कहानी सुना दी।
पुलिस दूल्हे को गिरफ्तार कर उसे और पहली पत्नी को थाने ले आई। परिवारवालों के आपसी समझौते के बाद पुलिस ने पड़ोस के सूर्य मंदिर में ही दोनों की शादी करवाई और वापस घर भेजा। उधर बारात के स्वागत की तैयारी कर रहे युवती के परिवार को जब यह सूचना मिली तो वे अवाक रह गए।
लॉकडाउन में रचाई थी पहली शादी
यह मामला सीतापुर के हरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम कजियारपुर का है। यहां के निवासी सदानन्द का पुत्र विमल राज मुंबई में रहकर एक बिल्डिंग बनाने वाली कंपनी में काम करता था। कामकाज के दौरान ही विमल ने काजल नाम की एक युवती से शादी रचाई और दोनों वहीं रहकर काम-काज करने लगे।
वैश्चिक महामारी कोरोना के चलते जब लॉकडाउन हो गया तो वहां काम होने के चलते विमल पत्नी काजल को तीन सप्ताह पूर्व लेकर अपने गांव आ गया। पीड़ित काजल के मुताबिक, विमल ने उसे घर न ले जाकर चाचा के घर पर छोड़ दिया। उधर विमल को घर आया देखकर परिवार ने उसकी शादी लखीमपुर से तय कर दी।
तिलक हो चुका था पर पहली पत्नी को लगी भनक
तिलक और शादी 19 और 20 जून को तय हुई इसलिए तारीख नजदीक देखकर विमल काजल को लेकर लखीमपुर अपनी मौसी के यहां छोड़ आया और कुछ दिन बाद आकर ले जाने को कहा। विमल वापस आकर अपनी शादी को तैयारियों में लग गया और बीते शुक्रवार को तिलक समारोह हुआ।
पिछले शनिवार को विमल बारात ले जाने को लेकर सारी तैयारी कर रहा था, तभी पहली पत्नी काजल को दूसरी शादी की भनक लग गई और उसने आनन-फानन में हरगांव पहुंचकर पुलिस को पूरी कहानी सुना दी।