आज के समय में जहां बच्चे अपने माता-पिता के साथ रहना पसंद नहीं करते, उन्हे बोझ समझकर वृद्धा आश्रमों में छोड़ आते हैं. वहीं एक ऐसा भी बेटा है जो अपने माता-पिता को कंधे पर उठाकर कावड़ यात्रा (Kanwar Yatra 2022) कर रहा है. गाजियाबाद के रहने वाले विकास गहलोत को कलयुग का श्रवण कुमार कहा जा रहा है. विकास श्रवण कुमार बनकर अपने माता-पिता को कंधे पर उठाकर हरिद्वार (Haridwar) से गाजियाबाद अपने घर जा रहे हैं. रास्ते में जो कोई उन्हे देख रहा है वो हैरान हो गया है. विकास का अपने माता-पिता से प्यार इसी बात से साबित हो रहा है कि उसने अपने माता-पिता की आंखों पर पट्टी बांधी हुई है, ताकि उसके पेरेंट्स बेटे के कंधों का दर्द का अहसास उसके चेहरे पर न देख सकें.