यूपी के आज़मगढ़ में एक नाग और नागिन जा रहे थे, उधर से एक कार आ रही थी। कार की स्पीड ज़्यादा थी, नागिन इससे बेखबर भी। फिर रोड एक्सीडेंट हुआ और नागिन कार की चपेट में आ गई, उसे अपनी जान गंवानी पड़ी जबकि नाग बाल बाल बच गया। कायदे से तो नाग को मौके से भाग जाना चाहिए था या फिर कहावतों के मुताबिक नागिन के वियोग में अपनी जान दे देनी चाहिए थी मगर नाग ने ऐसा नहीं किया। ये मॉर्डन ज़माने का नाग था लिहाज़ा देश के कानून का पालन करते हुए ये आज़मगढ़ के पुलिस थाने में FIR दर्ज कराने पहुंच गया। कोबरा नाग के थाने में पहुंचते ही वहां हड़कंप मच गया। पुलिसकर्मी भी कोबरा को देखकर हैरत में पड़ गए। कुछ लोगों ने उसे मारने की कोशिश की लेकिन दारोगा साहब जिनके लिए हर छोटा बड़ा बराबर था उन्होंने लोगों को ऐसा करने से रोक दिया।
मामला आज़मगढ़ के मेंहनगर थाने का है। स्थानीय लोगों के मुताबिक कुछ दिन पहले इस थाने में फरियादियों की भीड़ लगी थी। फरियादी अपनी-अपनी शिकायत लेकर थाने आए थे। थाने से कुछ दूरी पर एक नाग-नागिन को जोड़ा बैठा था। बताते हैं कि फरियादी थाने से वापस लौट रहे थे। इस दौरान एक शिकायतकर्ता की कार नागिन पर चढ़ गई और हादसे में उसकी मौत हो गई। इसके बाद कोबरा नाग ने कार का पीछा किया। इधर सड़क पर सांप को मरा देखकर लोगों ने थाने के आसपास ही उसे दफना दिया। लोगों ने समझा कि अब सांप नहीं आएगा, लेकिन कुछ दिन बाद कोबरा फिर उसी जगह पर पहुंच गया, जहां नागिन को दफनाया गया था।
कोबरा को देखकर लोगों में दहशत फैल गई। कुछ देर बाद कोबरा का सांप थाने पहुंच गया। थाने में अंदर कोबरा को देखकर पुलिसकर्मियों के हाथ-पांव फूल गए। पुलिस कर्मियों ने उसे मारने की कोशिश की लेकिन थानेदार ने ऐसा करने से मना कर दिया। कोबरा थानेदार के ऑफिस के सामने रास्ते पर ही बैठ गया। कोबरा को देखकर लोगों ने अंदेशा लगाया कि मानो कोबरा अपनी नागिन की मौत की शिकायत करने आया हो। थानेदार ने किसी तरह कोबरा को डस्टबिन में डलवाकर दूर जंगल में छुड़वाया। ये घटना पूरे इलाके ममें चर्चा का विषय बनी हुई है।