चंडीगढ़ के पटियाला सब्जी मंडी में लॉकडाउन लागू करने के दौरान निहंगों द्वारा किए गए हमले में अपना हाथ खोने वाले(बाद में ऑपरेशन से जोड़ दिया गया) एएसआई हरजीत सिंह को उनके अनुकरणीय साहस के लिए पंजाब सरकार ने पदोन्नत किया है। जबकि घटना में घायल हुए तीन अन्य पुलिस कर्मियों को डीजीपी ने प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया गया है।
पंजाब सरकार की ओर से गुरुवार को जारी बयान में कहा गया कि, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर हरजीत सिंह के अनुकरणीय साहस को देखते हुए पंजाब सरकार ने उन्हें पदोन्नत किया है। कोरोना महामारी के दौरान कर्फ्यू लागू कराने के दौरान उनके अनुकरणीय साहस के चलते सब इंस्पेक्टर के तौर पर प्रमोट किया जा रहा है। वही उनके साथियों को पुलिस महानिदेशक ने प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया। दरअसल, रविवार को सुबह करीब सवा 6 बजे पटियाला में 5 निहंग एक गाड़ी में सवार होकर सब्जी मंडी में पहुंचे थे।
यहां मंडी स्टाफ ने इनकी गाड़ी रोककर कर्फ्यू पास के बारे में पूछा था, ताकि मंडी में बेवजह भीड़ न हो। पास न होने पर इन लोगों ने सब्जी मंडी के स्टाफ से झगड़ा किया और अपनी गाड़ी से बैरिकेड तोड़कर भागने की कोशिश की। इसके बाद वहां तैनात पुलिस ने निहंगों की गाड़ी को घेर लिया। जैसे ही पुलिस ने गाड़ी रोकी, तलवार लिए निहंगों ने हमला कर दिया। इसी हमले में एक निहंग ने तलवार से एएसआई की कलाई काट दी। कलाई अलग होकर जमीन पर गिर गई थी ।
इसके बाद चंडीगढ़ पीजीआई के डॉक्टरों की टीम ने साढ़े सात घंटे तक चले ऑपरेशन के बाद एएसआई की कटी हुई कलाई को जोड़ दिया था। यही नहीं पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने सोमवार को चंडीगढ़ पीजीआई में भर्ती एएसआई हरजीत सिंह से वीडियो कॉल पर बात की थी। सीएम ने हरजीत से कहा था कि पूरे राज्य को उन पर गर्व है। कैप्टन ने जब हरजीत से पूछा कि क्या दर्द हो रहा है तो एएसआई ने हंसकर कहा- हां दर्द तो है। कैप्टन ने कहा कि आप सच में बहादुर हो जो अब भी हंस रहे हो।